एंटीलिया केस – मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वझे गिरफ्तार, एनआइए दफ्तर बयान दर्ज कराने गए थे

0
52
मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वझे गिरफ्तार

नई दिल्ली। मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास से विस्फोटकों से भरी कार की बरामदगी के मामले में एनआईए ने मुंबई पुलिस के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे को गिरफ्तार कर लिया है। सचिन शनिवार को अपना बयान दर्ज कराने के लिए एनआइए के मुंबई दफ्तर पहुंचे थे।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने लंबी पूछताछ के बाद सचिन वझे को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मनसुख हिरेन मामले में सचिन की अग्रिम जमानत याचिका को ठाणे के सत्र न्यायालय ने ठुकरा दी थी।

बता दें कि एनआइए उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने के मामले की जांच कर रही है। कोर्ट ने वझे की अग्रिम जमानत याचिका ठुकराते हुए कहा था कि उनके खिलाफ पहली नजर में सुबूत दिख रहे हैं। एनआइए ने शनिवार को सुबह 11 बजे से सचिन वझे से पूछताछ शुरू की।

अदालत का कहना था कि मनसुख हिरेन की मौत के मामले में आरोप भारतीय दंड संहिता की 302 (हत्या), 120बी (आपराधिक साजिश) एवं 201 (सुबूत मिटाने) जैसी गंभीर धाराओं के तहत लगाए गए हैं। यही नहीं मनसुख हिरेन 27-28 फरवरी को याचिकाकर्ता के साथ थे। इस केस में मनसुख की पत्नी ने वझे के खिलाफ प्रत्यक्ष आरोप लगाए हैं।

वहीं वझे ने अग्रिम जमानत के लिए शुक्रवार को दाखिल अपनी याचिका में कहा था कि मनसुख प्रकरण की प्राथमिकी में किसी का नाम नहीं लिया गया है। उक्त प्राथमिकी निराधार एवं उद्देश्यहीन है। वझे ने खुद को बलि का बकरा बनाए जाने की भी दलील दी थी।

भाजपा ने की निलंबन की मांग

अदालत से सचिन वझे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने सचिन वझे को निलंबित किए जाने की मांग की है। राज्य विधान परिषद में नेता विपक्ष प्रवीण दारेकर ने कहा, ‘एपीआइ वझे अगर निर्दोष होते तो वह अदालत नहीं गए होते। इसका मतलब है कि सत्र अदालत ने किसी वैध कारण की वजह से वझे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज की है।’

यह है पूरा मामला

उल्‍लेखनीय है कि बीते 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर अंटीलिया के निकट एक संदिग्ध स्कार्पियो कार बरामद की गई थी। इस घटना के एक सप्ताह बाद ही स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। बताया जाता है कि मुंबई पुलिस के एपीआइ सचिन वझे ही वह स्कार्पियो चार महीने से चला रहे थे।