बिहार में बाढ़ से हाहाकार, पटना, भागलपुर, बक्सर, खगड़िया जिले तक गंगा का विकराल रूप, हाईवे पर चढ़ा पानी

0
25
बिहार में बाढ़

पटना। बिहार में गंगा नदी अब अपना विकराल रूप दिखा रहा है। गंगा नदी के साथ-साथ उनकी सहायक नदियाँ जैसे पुनपुन, सोन नदी में भी जलस्तर खतरनाक लाल स्तर से काफी ऊपर बह रही है। साथ ही कोसी और गंडक का डिस्चार्ज भी लगातार बढ़ रही है। इससे बिहार में हालात और खराब होने की आशंका है।

कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और कमला भी उफान पर

बिहार में कोसी का जलस्तर भी बढ़ चुका है। बराह क्षेत्र में 107 हजार और बराज पर 1 लाख 51 हजार घनेक पानी मिल रहा है। दूसरी तरफ गंडक का डिस्चार्ज भी वाल्मीकिनगर के पास 1 लाख 6 हजार घनसेक है।

दूसरी नदियों में बागमती मुजफ्फरपुर में 74 और बूढी़ गंडक खगड़िया में 171 सेमी और कमला झंझारपुर में 80 सेमी ऊपर बह रही है। गुरुवार को कमला जयनगर में भी लाल निशान से पांच सेमी ऊपर चढ़ गई है।

पुनपुन और सोन लाल निशान के पार

पटना में पुनपुन नदी ने लाल निशान को पार कर लिया है। यहां पर यह नदी 1.77 मीटर के लाल निशान से ऊपर चली गई है। सोन नदी पिछले तीन दिनों से लाल निशान से ऊपर बह रही है। शुक्रवार तक इसमें 20 सेमी और बढ़ोतरी होने की संभावना है।

गंगा उफान पर, मुंगेर को छोड़ सभी तटवर्ती जिले संकट में

दो दिनों से तेजी से बढ़ रही गंगा गुरुवार को भी इलाहाबाद से फरक्का तक लाल निशान के काफी ऊपर बह रही है। मुंगेर को छोड़कर सभी जगहों पर यह नदी लाल निशान से एक मीटर से ज्यादा ऊपर है। पटना और बक्सर के साथ ही सभी तटवर्ती जिलों के दियारा क्षेत्र के घरों में पानी घुसने लगा है।

बक्सर- कोचस स्टेट हाईवे पर भी लगभग एक फुट पानी चढ़ गया है। भागलपुर में एनएच 80 पर कई जगहों पर बाढ़ का पानी बहने लगा है। भागलपुर जिला मुख्यालय का दूसरे जिलों से संपर्क कटने की स्थिति है। दियारा में लगी खरीफ फसलें डूब गई हैं।

गंगा पटना के गांधीघाट, हाथीदह और कहलगांव में अब तक के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गई है। हाथीदह में गंगा नदी का जलस्तर उच्चतम स्तर 43.17 मीटर से मात्र सात सेमी नीचे है। हाथीदह के साथ पटना के गांधी घाट पर भी गंगा 2016 में बने उच्चतम जलस्तर 50.52 मीटर को पार कर सकती है। वहां अब मात्र 42 सेमी नीचे रह गई है।