क्या आपने सोचा है कि आपकी मृत्यु के बाद गूगल और एप्पल क्लाउड सर्विस पर सेव डाटा का क्या होगा? बता दें कि इसके बारे में गूगल ने सोचा और इसका एक फीचर भी लोगों को दिया। गूगल के इस फीचर हमें यह तय करने की अनुमति देता है कि तो हमारे क्लाउड अकाउंट को इन एक्टिव माना जाना चाहिए और बाद में हमारे डाटा के साथ क्या किया जाना चाहिए।
यदि आप गूगल की सर्विस जैसे कि जीमेल, गूगल सर्च इंजन, गूगल फोटोज और अन्य गूगल के किसी भी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं तो गूगल के पास आपका बहुत सारा डाटा उपलब्ध होता है। कई लोग पेमेंट करने के लिए अपने बैंक कार्ड की डिटेल भी गूगल पे एप्स पर सेव करके रखते हैं।
Google आपके अकाउंट की इन सभी संवेदनशील जानकारियों को सेव करके रखता है ताकि हम सब बाद में जरूरत पड़ने पर उसे देख सकें या फिर उस पर ध्यान दे सकें।
- कैसे सेफ रखें डाटा
गूगल पर मौजूद अपने डाटा को कैसे सुरक्षित किया जा सकता है? जब कोई व्यक्ति महीनों तक अपने गूगल खाते का इस्तेमाल नहीं करता है तो वह निष्क्रिय हो जाता है। मतलब साफ है कि गूगल वैसे अकाउंट को निष्क्रिय कर देता है जिस अकाउंट में काफी लंबे समय तक किसी प्रकार की एक्टिविटी नहीं हुई होती है।
ओके गूगल अब आपको यह तय करने देता है कि उसे कब आपके खाते को निष्क्रिय माना जाना चाहिए और निष्क्रिय होने के बाद आपके खाते के साथ क्या किया जाना चाहिए?
गूगल यूजर्स को एक विश्वसनीय व्यक्ति के साथ खाता और उसका डाटा शेयर करने का ऑप्शन देता है। या फिर वह व्यक्ति गूगल से भी यह कह सकता है कि खाता निष्क्रिय होने पर उसे हटा दिया जाए। गूगल का यह फीचर काफी अच्छा है और यूजर्स को यह निर्धारित करने का ऑप्शन देता है कि उसके खाते के साथ क्या किया जाना चाहिए।
गूगल इसके साथ-साथ आपके डाटा का एक्सेस और उसे डाउनलोड करने का भी विकल्प आपको देता है। इसके लिए आप एक विश्वसनीय ईमेल आईडी विकल्प के तौर पर दे सकते हैं। यदि आप नहीं चाहते हैं क्या आपके गूगल खाते का डाटा कोई एक्सेस करें तो आप उसे डिलीट करवा सकते हैं या किसी भी प्रकार का है वैकल्पिक ईमेल एड्रेस आप नहीं दे सकते हैं।