नई दिल्ली। शिवसेना और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल भाजपा के ढर्रे पर चल रहे हैं। शिवसेना ने धमकी भरे लहजे में कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती है कि संविधान बरकरार रहे तो वे राज्यपाल को वापस बुला लें।
शिवसेना का कहना है कि महा विकास आघाड़ी सरकार स्थिर और मजबूत है। राज्य सरकार पर निशाना साधने के लिए केंद्र राज्यपाल के कंधे का इस्तेमाल नहीं कर सकता है।
इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा था कि ‘राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी फिर से खबरों में हैं। वह पिछले कई वर्षों से राजनीति में रहे हैं। वह केंद्रीय मंत्री थे और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। बहरहाल, जबसे वह महाराष्ट्र के राज्यपाल बने हैं, वह हमेशा खबरों में रहे या विवादों में घिरे रहे।’
बता दें कि पिछले दिनों उद्धव सरकार और राज्यपाल भगत सिंह के बीच तनाव की चरम सीमा उस वक्त देखने को मिली जब राज्य सरकार ने राज्यपाल को सरकारी विमान से देहरादून जाने के लिए अनुमति देने से मना कर दिया था।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी गुरुवार को सुबह विमान में बैठे लेकिन विमान को उड़ने की अनुमति नहीं थी। इसलिए उन्हें विमान से उतरना पड़ा था और वाणिज्यिक उड़ान से देहरादून जाना पड़ा था। जिसके बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर अहंकारी होने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि राज्यपाल कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था है। उनका उचित सम्मान किया जाना चाहिए।