Tokyo Olympics 2020 – भारतीय पुरुष हॉकी टीम से उम्मीद थी कि वो आज फाइनल में पहुंचकर देश के लिए एक और पदक पक्का करेगी, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो सका। 1980 के ओलिंपिक के बाद भारत इस ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। लेकिन भारतीय टीम सेमीफाइनल में बेल्जियम से हार गई।
इसी के साथ भारत का स्वर्ण पदक जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है। हालांकि, अभी भी भारत को एक पदक दिला सकता है। टोक्यो ओलिंपिक में भारत की हॉकी टीम आज अपना सेमीफाइनल मैच खेलने उतरी। मुकाबले के दौरान बेल्जियम ने भारत को बुरी तरह हरा दिया।
भारत को इस मैच में 2-5 से हार मिली। हालांकि, अभी भी भारत के पास कांस्य पदक जीतने का मौका है, लेकिन सिल्वर और गोल्ड मेडल की रेस से टीम बाहर हो गई है। मुकाबले के पहले क्वार्टर में भारत ने 2-1 की बढ़त बना ली। भारत के लिए पहले क्वार्टर में मनदीप सिंह और हरमनप्रीत सिंह ने गोल किया।
भारत दूसरे क्वार्टर में एक भी गोल नहीं कर पाया। जबकि बेल्जियम की टीम बराबरी करने में सफल रही। मैच के तीसरे क्वार्टर में दोनों ही टीमों की तरफ से कड़ा मुकाबला देखने को मिला, लेकिन कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं हुई।
दोनों टीमों के पास पेनाल्टी कार्नर के जरिए गोल करने का मौका था, लेकिन डिफेंड की वजह से कोई टीम सफल नहीं हुई। तीसरे क्वार्टर के बाद मुकाबला 2-2 से बराबरी पर बंद हुआ।
चौथे क्वार्टर का मैच जारी है और करीब चौथे मिनट में पेनाल्टी कार्नर के जरिए बेल्जिमय ने गोल किया और भारत पर 3-2 से बढ़त बना ली। एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने मैच का तीसरा गोल पेनाल्टी कार्नर के जरिए किया और भारत पर बेल्जियम की बढ़त को 4-2 कर दिया। आखिरी के मिनटों में एक और गोल कर बेल्जियम ने जीत के अंतर को 5-2 का कर दिया।