अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद पिछले कई दिनों से सरकार के गठन को लेकर जारी कयास मंगलवार देर शाम विराम लग गया। तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंद के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाये जाने का ऐलान किया। बता दें कि अखुंद संयुक्त राष्ट्र में आतंकी सूची में शामिल है।
गृह मंत्री बनाये गए सिराजुद्दीन हक्कानी की गिरफ्तारी के लिए अमेरिका ने पांच मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा करते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद सरकार के मुखिया होंगे।
प्रधानमंत्री के लिए सबसे प्रबल दावेदार मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को उपप्रधानमंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही मुल्ला अब्दुल सलाम हनफी दूसरे उपप्रधानमंत्री होंगे। कैबिनेट में कुल 33 मंत्री होंगे जिसमें एक भी महिला नहीं है। तालिबान महिलाओं को हक देने की बात कर रहा था। लेकिन उसके मंत्रिमंडल में एक भी महिला को स्थान नहीं दिया गया है।
बता दें कि हक्कानी नेटवर्क के सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्रालय दिया गया है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट के रिवॉर्ड्स फॉर जस्टिस प्रोग्राम ने सिराजुद्दीन हक्कानी की गिरफ्तारी के लिए सीधे सूचना देने पर पांच मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।
अंतरिम सरकार में मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री बनाया गया है। खैरउल्लाह खैरख्वा को सूचना मंत्री का पद दिया गया है। अब्दुल हकीम को न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। शेर अब्बास स्टानिकजई को डिप्टी विदेश मंत्री बनाया गया है। जबिउल्लाह मुजाहिद को सूचना मंत्रालय में डिप्टी मंत्री की कमान दी गई है।