नई दिल्ली। देश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या प्रवासी को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है। संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यह बातें कही।
बसपा सदस्य रितेश पांडे के सवाल का लिखित जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि रोहिंग्या समेत तमाम अवैध प्रवासी देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उनके अवैध गतिविधियों में शामिल होने की रिपोर्ट भी मिली है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें भारत से रोहिंग्याओं के प्रत्यर्पण न करने का आग्रह किया गया है। मामला अभी विचाराधीन है। हालांकि प्रत्यर्पण पर कोर्ट ने स्टे ऑर्डर नहीं दिया है।
गृह राज्य मंत्री ने पिछले साल संसद में कहा था कि अवैध घुसपैठिए बिना किसी दस्तावेज के भारत में प्रवेश करते हैं, इसलिए इनकी संख्या का कोई रिकार्ड नहीं है। 2019 में भी नित्यानंद राय ने रोहिंग्या की संख्या के बारे में कोई रिकार्ड नहीं होने की बात कही थी।
बता दें कि म्यांमार सरकार ने 1982 में राष्ट्रीयता कानून बनाया था जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों का नागरिक दर्जा खत्म कर दिया गया था। जिसके बाद से ही म्यांमार सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को देश छोड़ने के लिए मजबूर करती आ रही है।