प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लखनऊ में देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर न्यू अर्बन इंडिया थीम के साथ केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय और नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए।
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एलइडी स्ट्रीट लाइट लगने से शहरी निकायों के लिए हर साल करीब ₹1000 करोड़ रुपए बच रहे हैं। अब यह राशि विकास के दूसरे कार्यों में लगाई जा रही है। एलईडी ने शहर में रहने वाले लोगों का बिजली बिल भी कम किया है।
उन्होंने कहा कि भारत में पिछले 6 से 7 वर्षों में शहरी क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। देश के 70 से ज्यादा शहरों में आज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर चल रहे हैं। उसका आधार टेक्नोलॉजी है। शहरी क्षेत्र में यह बहुत बड़ा परिवर्तन टेक्नोलॉजी से ही आया है।
पीएम मोदी ने कहा, इस बार दीपावली में अयोध्या में 7.50 लाख दीये जलाने का कार्यक्रम है। उत्तर प्रदेश को कहता हूं की रोशनी के लिए स्पर्धा मैदान में आए। देखें अयोध्या ज्यादा दीये जलाता है कि यह जो 9 लाख घर दिए गए हैं, वह 9 लाख घर 18 लाख दीये जलाकर दिखाते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि शहरी मिडिल क्लास की परेशानियों और चुनौतियों को भी दूर करने का हमारी सरकार ने बहुत गंभीर प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी रेरा कानून एक ऐसा ही बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की भी खुशी होती है कि देश में पीएम आवास योजना के तहत जो घर दिए जा रहे हैं उनमें 80% से ज्यादा घरों का मालिकाना हक महिलाओं का है या फिर वह जॉइंट ऑनर है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को पीएम आवास योजना के तहत 18000 घरों को मंजूरी मिली थी। लेकिन पहले की सरकारों ने गरीबों के लिए घर नहीं बनाए। 2017 से अब तक शहरी गरीबों को योगी जी की सरकार में 9 लाख घर मिल चुके हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि साल 2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत शहरों में एक करोड़ 13 लाख से ज्यादा घरों के निर्माण को मंजूरी दी है। इसमें सिर्फ 50 लाख से ज्यादा घर बनाकर उन्हें गरीबों को सौंपा भी जा चुका है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मुझे अच्छा लगा कि 3 दिनों तक लखनऊ में भारत के शहरों के नए स्वरूप पर देश भर के विशेषज्ञ एकत्र होकर मंथन करने वाले हैं। उन्होंने कहा, यहां जो प्रदर्शनी लगी है, वो आजादी के इस अमृत महोत्सव के 75 साल की उपलब्धियों और देश के नए संकल्पों को भलीभांति प्रदर्शित करती है।