टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था। चानू ने शनिवार को भारत के लिए इतिहास रचते हुए 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता था। चानू भारत के लिए वेटलिफ्टिंग में सिल्वर जीतने वाली पहली महिला भी बनी थीं।
अब खबर आ रही है कि चानू का सिल्वर मेडल अपग्रेड होकर गोल्ड में बदल सकता है। मीराबाई चानू ने जिस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था उसमें स्वर्ण पदक चीन की झीहुई हाउ के नाम रहा था।
सोमवार को भारतीय समयानुसार करीब 9 बजे सुबह अमेरिकी ऑफिसर काइल बैस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि चीनी वेटलिफ्टर का एंटी-डॉपिंग अथॉरिटी द्वारा डोप टेस्ट किया जाएगा। रिपोर्ट्स की मानें तो डॉपिंग अथॉरिटी द्वारा हाउ को टेस्ट होने तक टोक्यो में ही रुकने को कहा गया है।
अगर डोप टेस्ट में हाउ फेल होती हैं तो नियमों के अनुसार भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू का सिल्वर मेडल गोल्ड में अपग्रेड हो जाएगा। चीनी वेटलिफ्टर झीहुई हाउ ने 49 किलोग्राम वर्ग की वेटलिफ्टिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। अब उनका डोप टेस्ट होगा और अगर वे फेल होती हैं तो मीराबाई चानू को गोल्ड मिल जाएगा।
खत्म होगा 13 साल का इंतजार?
2008 बीजिंग ओलंपिक में भारतीय शूटर अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए गोल्ड जीता था। अगर मीराबाई चानू को गोल्ड मिलता है तो ये 13 साल के इंतजार को खत्म करेगा और साथ ही वेटलिफ्टिंग में ये भारत का पहला गोल्ड भी होगा।