अहमदाबाद। भगवान जगन्नाथ जी की 144वीं रथयात्रा से पहले अहमदाबाद में, तीनों रथों की पारंपरिक रूप से पूजा की गई। जमालपुर के जगन्नाथ मंदिर में आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे महंत दिलीपदासजी, ट्रस्टी महेंद्र झा और गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने रथ की पूजा की। कोरोना के कारण पूजा अर्चना में कम लोगों की मौजूदगी रखी गई।
गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा कि भगवान जगन्नाथजी हमारे लिए आस्था और विश्वास के केंद्र हैं। पिछले साल हम महामारी के कारण रथयात्रा नहीं निकाल सके। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि इस साल रथ यात्रा शुरू होगी या नहीं। हमने महामारी से जल्द छुटकारा पाने के लिए भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना की है।
जगन्नाथ मंदिर के ट्रस्टी महेंद्र झा ने कहा कि आज अखातीज (अक्षय तृतीया) के दिन भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम के रथ की पूजा की जाती है। अब पूजन के बाद रथ की मरम्मत व पेंटिंग का कार्य तीन-चार दिन में शुरू कर दिया जाएगा। अभी 24 जून को यात्रा करनी है या नहीं, यह अभी तय नहीं हुआ है। हालांकि उन्होंने कहा कि स्थिति की समीक्षा के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि पिछली साल कोरोना महामारी के चलते भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथयात्रा पहली बार मंदिर के बाहर की बजाय मंदिर परिसर में हुई थी। कोरोना के चलते रथयात्रा को अंत तक निकालने के मुद्दे पर सरकार और मंदिर के बीच बातचीत हुई।
मामले में हाईकोर्ट में भी सुनवाई हुई। बाद में अंततः मंदिर परिसर में भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया। भगवान जगन्नाथ जी के रथ को मंदिर के द्वार पर ले जाया गया। फिर तीनों रथों को मंदिर में ही बदल दिया गया और भक्तों के दर्शन के लिए रख दिया गया।