नई दिल्ली। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग झील समझौते के बाद अब भारत देपसांग क्षेत्र पर बातचीत करने की तैयारी में है। कमांडर स्तर की बैठक में देपसांग पर कोई बड़ा फैसला आ सकता है। कहा जा रहा है कि देपसांग का मुद्दा भारत की तरफ से बैठक में उठाया जा सकता है।
राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा था कि पैंगोंग झील पर डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगले 48 घंटों के भीतर बैठक होगी। यह बैठक वरिष्ठ कमांडर स्तर की होगी। उन्होंने कहा था कि इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच बाकी मुद्दे पर चर्चा होगी। हालांकि किस क्षेत्र को लेकर चर्चा होगी यह बात रक्षामंत्री ने नहीं बताया था।
पैंगोंग झील पर हुए समझौते के हिसाब से दोनों सेनाएं अग्रिम मोर्चे पर लौटेंगी। चीन की सेना नॉर्थ बैंक में फिंगर 8 की पूर्व दिशा की तरफ होगी। वहीं भारतीय सेना की टुकड़ियां फिंगर 3 के पास स्थायी बेस धन सिंह थापा पोस्ट पर होंगी।
देपसांग में हालात कैसे बिगड़े थे
अधिकारी ने जानकारी दी ‘2013 में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इलाके में हमले के बाद देपसांग में हालात गंभीर हो गए थे। लेकिन पैंगोंग सो, गलवान और दूसरी जगहों के विपरीत यहां कोई बड़ी उथल-पुथल नहीं हुई थी। हालांकि, अप्रैल-मई के बाद से ही PLA भारतीय सैनिकों को देपसांग में पेट्रोलिंग पॉइंट्स (PPs)-10, 11, 12, 12A और 13 में जाने से रोक रही है।