नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने INS Viraat के डिस्मैन्टलिंग पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने एक कंपनी की याचिका पर यह फैसला दिया। कंपनी ने जहाज को समुद्री संग्रहालय और मल्टीफंक्शनल एडवेंचर सेंटर में बदलने की मांग की। याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने आईएनएस विराट को डिस्मेंटल करने पर रोक लगा दी।
बता दें एनविटेक मरीन कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी जहाज को समुद्री संग्रहालय में बदलने के लिए आगे आई है। जिसे गोवा में ज़ुआरी नदी में डॉक किया जाएगा। गोवा सरकार भी इस परियोजना के लिए आगे आई है और इस संबंध में रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा गया है।
आईएनएस विराट दुनिया में सबसे लंबे समय तक सेवारत रहा है। आईएनएस विरोट को तीन साल की सेवा के बाद तीन साल पहले डीकमीशन कर दिया गया था। कोई भी कॉरपोरेट कंपनी इसे म्यूजियम में बदलने के लिए पैसा लगाने को तैयार नहीं था। जिसके बाद इसे तोड़ने का फैसला किया गया।
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह जहाज 10 साल से ज्यादा नहीं रह पाएगा। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री मनसुख मंडाविया ने युद्धपोत के लिए बोली लगाने के लिए एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार संग्रहालय परियोजना पर 400-500 करोड़ रुपये खर्च करने को तैयार है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि जहाज 10 साल से अधिक नहीं चलेगा।