भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए टोक्यो पैरालंपिक के पुरुष एकल के एसएल-3 श्रेणी का स्वर्ण पदक जीत लिया है। टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह चौथा स्वर्ण है। प्रमोद ने फाइनल मुकाबले में यूके (जीबीआर) के डेनियल बेथल को 2-0 से हराया।
प्रमोद भगत ने 45 मिनट तक चले मुकाबले में बेथल को में 21-14 और 21-17 से हराया। उन्होंने पहला सेट 21 मिनट और दूसरा सेट 24 मिनट में जीता। स्वर्ण पदक हासिल करने के साथ ही प्रमोद ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में बैंडमिटन में स्वर्ण जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
बता दें कि बैडमिंटन में लंदन ओलंपिक 2012 में साइना नेहवाल ने कांस्य, रियो 2016 में पीवी सिंधु ने रजत और टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। गौरतलब है कि भारत टोक्यो पैरालंपिक में अब तक 16 पदक जीत चुका है, जिसमें चार स्वर्ण, सात रजत और पांच कांस्य पदक शामिल है।
अवनि लेखरा बनी दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी
बता दें कि इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में भारत की शूटर अवनि लेखरा ने दो-दो धमाका किया। 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पहले ही गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकीं अवनि ने 50 मीटर राइफल में भी ब्रॉन्ज पर भी कब्जा जमाया। भारत की तरफ से अवनि ने पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था।
पीएम मोदी ने दी थी बधाई
अवनि लेखरा को शानदार प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘टोक्यो पैरालंपिक में और अधिक गौरव। प्रफुल्लित हूं अवनि लेखरा के जबरदस्त प्रदर्शन से। उनको ब्रॉन्ज मेडल घर लाने के लिए बधाई हो। भविष्य के लिए उनको शुभकामनाएं।’