पेगासस जासूसी, महँगाई और किसानों के मुद्दों पर लोकसभा में विपक्षी सदस्यों का हँगामा सोमवार को भी जारी रहा। लगातार हो रहे हंगामे की वजह से प्रश्नकाल के बीच में ही सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सुबह करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि और टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को बधाई देने के बाद अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया तो कांग्रेस, वामदल और तृणमूल कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
विपक्षी दल पेगासस जासूसी की जाँच, किसानों के मुद्दे और महँगाई पर सरकार से जवाब की माँग कर रहे थे। शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल भी चलता रहा। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री जब पेट्रोल-डीजल की कीमतों से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे, तभी विपक्षी दलों का शोर और बढ़ गया।
लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी दलों से कहा कि वे अपनी सीटों पर जायें। वे सरकार से जवाब चाहते हैं और सरकार जवाब देने के लिए तैयार है। उन्हें सरकार का जवाब सुनना चाहिये। लेकिन जब उनकी अपील का हँगामा कर रहे सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ तो सुबह 11.24 बजे अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
राज्यसभा की कार्यवाही भी दो बजे तक स्थगित
दूसरी तरफ राज्यसभा में भी आज विपक्षी दलों के सदस्यों ने जासूसी कांड और किसानों की समस्याओं को लेकर भारी हंगामा किया। लगातार हंगामा के शोर के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पहली बार के स्थगन के बाद दोबारा कार्यवाही शुरु होने पर उप सभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की। उन्होंने हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वक्तव्य कराया और इसके बाद दो प्रश्न भी कराए लेकिन विपक्षी सदस्य इस दौरान भी नारेबाजी करते रहे। विपक्षी सदस्य ‘ प्रधानमंत्री जवाब दो, नरेंद्र मोदी की तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे।
सदन के उप सभापति हरिवंश ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा ‘ आप उच्च सदन के सदस्य हैं, वरिष्ठजनों का आचरण भी अच्छा होना चाहिए, पूरा देश आपके इस आचरण को देख रहा है।’ इसके बाद उन्होंने प्रश्नकाल चलाने की पूरी कोशिश की लेकिन हंगामे के कारण करीब 10 मिनट कार्यवाही चलाने के बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।