नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में पाकिस्तान को भारत ने जमकर लताड़ लगाई। भारतीय प्रतिनिधि ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों से निराधार और दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार के लिए पहले अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी।
इस बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर को लेकर कई झूठ बोले थे। जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान की बोलती बंद कर दी। मानवाधिकार परिषद के 46वें सत्र में पाकिस्तानी प्रतिनिधि के बयान के जवाब में भारत ने कहा कि वह पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र (UN) मंच का एक बार फिर दुरुपयोग किए जाने से हैरान नहीं है।
जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में द्वितीय सचिव सीमा पुजानी (Seema Pujani) ने कहा कि भारत के खिलाफ निराधार और दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार के लिए पाकिस्तान का लगातार विभिन्न मंचों का इस्तेमाल करता रहा है और झूठ बोलना उसकी आदत बन गई है।
पुजानी ने कहा कि समस्त केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं। इन प्रदेशों में सुशासन और विकास के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम हमारा आंतरिक मामला है। पाकिस्तान का रिकॉर्ड मानवाधिकारों के मामले में सबसे खराब है और वह भारत पर आरोप लगा रहा है। भारत पर उंगली उठाने से पहले पाकिस्तान को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग द्वारा हाल में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वहां हर साल अल्पसंख्यक समुदायों की लगभग एक हजार महिलाओं का अपहरण कर उनका जबरन धर्मांतरण किया जाता है और फिर उनसे जबरन शादी की जाती है।