भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) आज इतिहास रचने से चूक गया। पृथवी की निगरानी करने वाले उपग्रह ईओएस-3 की लांचिंग का मिशन फेल हो गया। भारत के श्रीहरिकोटा के सतीश भवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण के बाद सैटेलाइट ने अपने दोनों चरणों को सफलतापूर्वक और तय समय में पूरे किए।
हालांकि तीसरे चरण में क्रायोजेनिक इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। इसके कुछ देर बाद इसरों ने मिशन के पूरा नहीं होने की घोषणा की। बता दें कि इस अभियान का उद्देश्य नियमित अंतराल पर बड़े क्षेत्र की वास्तविक समय पर तस्वीरें उपलब्ध कराना, प्राकृतिक आपदाओं की त्वरित निगरानी करना और कृषि, वनीकरण और जल संसाधनों की जानकारी प्राप्त करना है।
Watch Live: Launch of EOS-03 onboard GSLV-F10 https://t.co/NE3rVjNtHb
— ISRO (@isro) August 11, 2021
इसके अलावा इस उपग्रह से आपदा चेतावनी, चक्रवात की निगरानी, बादल फटने आदि के बारे में जानकारी प्राप्त किया जाता। यह उपग्रह 10 साल तक सेवा देगा।
बता दें कि ओएस-03 को 51.70 मीटर लंबे और 416 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 के जरिये आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लांच पैड से गुरुवार सुबह लांच किया गया।
ईओएस-03 का वजन 2,268 किलोग्राम है। इसे करीब 18 मिनट में जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर आर्बिट (जीटीओ) में स्थापित होना था। जीटीओ से इसे अपनी प्रोपल्शन प्रणाली के जरिये भू-स्थिर कक्षा में स्थापित किया जाना था।