गुड़गांव या नोएडा से दिल्ली जाने या वहां से वापस आने में घंटों जाम मिलता है। आप इन ट्रैफिक से परेशान हैं तो आपके के लिए यह खबर है। जल्द ही भारत में उड़ने वाली कार के जरिए सफर का आनंद मिल सकता है। भारत के कुछ युवाओं की स्टार्टअप टीम विनाटा एयरोमोबिलिटी ने हाइब्रिड फ्लाइंग कार तैयार की है।
आने वाले समय में पूरी दुनिया में शहरों में ट्रांसपोर्ट के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है। कंपनी ने हाल ही में अपनी हाइब्रिड फ्लाइंग कार का प्रोटोटाइप केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाया। उन्होंने इसे एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार बताया।
उन्होंने कहा कि इस तरह की कार आने वाले समय में आम लोगों और मेडिकल इमरजेंसी सर्विसेज में एक जगह से दूसरी जगह जल्द से जल्द पहुंचाने में काफी उपयोगी साबित होगा।
जानते हैं इसके बारे में
1. हाइब्रिड फ्लाइंग कार में टेकऑफ और लैंडिंग के लिए इलेक्ट्रिक और सफर के लिए बायोफ्यूल का इस्तेमाल होगा।
2. हाइब्रिड फ्लाइंग कार वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग तकनीक पर काम करती है। भारतीय शहरों में यह बहुत उपयोगी साबित होगी।
3. ये दो सीटों वाली फ्लाइंग कार होगी। आने वाले दिनों में भारत में भी हाइब्रिड फ्लाइंग कार, फ्लाइंग बाइक, फ्लाइंग टैक्सी जैसी सुविधाएं देखने को मिलेगी।
4. 2023 तक फुल स्केल प्रोटोटाइप पेश हो सकता है। 2025 तक आम लोग इस तरह की सुविधा का फायदा ले सकेंगे। छोटी दूरी के सफर के लिए ये उड़ने वाली कारें काफी उपयोगी होंगी।
5. सड़क या ट्रेन की तुलना में लोगों के लिए हाइब्रिड फ्लाइंग कार बेहतर विकल्प साबित होगी। अनुमान के मुताबिक हाइब्रिड फ्लाइंग कार के इस्तेमाल में एक किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए लगभग 50 रुपये तक का खर्च आ सकता है?