नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पर जानलेवा हमला हुआ। उन्हें बॉर्डर पर विरोध का भी सामना करना पड़ा। सिंघु बॉर्डर पर किसान पिछले 60 दिनों से कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस ले।
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर कांग्रेस सांसद बिट्टू को अपमानित भी किया गया। कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के लुधियाना से कांग्रेस सांसद हैं। बिट्टू ने कहा, ‘आप झंडे उठाकर खालिस्तान के नारे लगाओ, फिर भी हम भागने वाले नहीं है। पहले भी शहादत दी है। हमपर बड़ी प्लानिंग के तहत हमला किया गया।
उन्होंने कहा कि हमें मारने की प्लानिंग थी। हम लोगों पर कातिलाना हमला किया गया है। हमारी पगड़ी पर हमला किया गया। लाठी से हमला हुआ। हम जाने वाले नहीं हैं। कुछ लोग हैं, इनसे सरकार और एजेंसी निपट लेंगी। 26 जनवरी को जो होना था वो आज ही एक्सपोज हो गया। उनके हाथ में झंडे थे, वो किसानों के झंडे नहीं थे।’
कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि हम किसान नेताओं की बैठक में भाग लेने गए थे। वहां कुछ लोग हम पर घात लगाए बैठे थे, लोग लाठी और अन्य हथियारों से लैस थे। हम अब कोई कदम नहीं उठाने जा रहे हैं क्योंकि किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। ऐसे तत्वों को झंडे लहराने के लिए 1 करोड़ से लेकर 80 लाख रुपये तक दिए जाते हैं और मैं वैसे भी एक टारगेट हूं।
बता दें कि दिल्ली बॉर्डर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान पिछले 60 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार के साथ किसान संगठनों की कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल सका है। किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।