नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वॉट्सऐप की ओर से नए नियमों से प्राइवेसी के उल्लंघन के आरोपों का जवाब दिया है। देसी सोशल मीडिया ऐप Koo पर पोस्ट कर उन्होंने अपनी राय जाहिर की है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘सरकार निजता के अधिकार का पूरी तरह से सम्मान करती है। नए नियमों से वॉट्सऐप के सामान्य यूजर्स को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। इन नियमों का मकसद यही है कि किसी हिंसा को जन्म देने वाले एक खास संदेश की शुरुआत किसने की थी।’
विशंकर प्रसाद ने कहा, ‘नए नियमों का मकसद यह है कि किसी भी घृणा फैलाने वाले, भड़काऊ और हिंसक संदेश को प्रसारित करने वाला पहला शख्स कौन था। यह नियम इसलिए हैं ताकि भारत की संप्रभुता, अखंडता, एकता और सुरक्षा को बनाए रखा जा सके।’
सरकार का कहना है कि सार्वजनिक संवाद माध्यमों के लिए बने नए आईटी नियम 2017 में सुप्रीम कोर्ट के गोपनीयता संबंधी फैसले का उल्लंघन नहीं करते हैं। गोपनीयता हर नागरिक का बुनियादी अधिकार है और सरकार की इसमें हस्तक्षेप की कोई मंशा नहीं है।
बता दें कि व्हाट्सएप मंगलवार को नए आईटी नियमों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इसी को देखते हुए बुधवार को सरकार की ओर से स्पष्टीकरण आया है। केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि सरकार के पास सार्वजनिक व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी है।