कोरोनावायरस की महामारी के बाद काफी लंबे समय से बंद पड़ी मंदिरों को अब भारत सरकार धीरे-धीरे खोल रही है। कोरोना महामारी के कारण आस्था के केंद्र धार्मिक स्थलों पर भी तालाबंदी हो गई थी। कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर अब धीरे-धीरे मंद पड़ रही है। इसको देखते हुए सरकार ने नागरिकों को कई सारी रियायतें भी दी है।
कोरोनावायरस की दूसरी लहर की रफ्तार कम होने के बाद जनजीवन अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है। देश के कई इलाकों में धार्मिक स्थलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। इससे पहले बाजार और शैक्षणिक संस्थानों को भी खोला जा चुका है।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने नवरात्रि के पहले दिन से पूरे प्रदेश में सभी मंदिरों को खोलने का एलान किया था। इस बार नवरात्रि 7 अक्टूबर को पड़ रहा है। मुंबई के दादर का सिद्धिविनायक मंदिर भी उन्हीं मंदिरों में से एक है जिन्हें जल्द ही खोला जाएगा।
बता दें कि यह मंदिर काफी समय से बंद पड़ा है। भक्त जैन मंदिर को खोले जाने और अपने आराध्य के धाम पहुंचकर उनके दर्शन पाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। श्री सिध्दीविनायक गणपति टेंपल ट्रस्ट ने इसके लिए गाइडलाइन का भी ऐलान कर दिया है।
ट्रस्ट के गाइडलइन के अनुसार मंदिर परिसर में 250 श्रद्धालुओं को ही एक बार में दर्शन करने दिया जाएगा। दर्शन के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए प्री बुकिंग की व्यवस्था लागू की गई है। श्री सिद्धिविनायक गणपति ट्स्ट के मुताबिक, केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को मंदिर दर्शन की इजाजत दी जाएगी जो ऊप बुकिंग किए रहेंगे।
प्री बुकिंग के लिए भक्तों को मंदिर ट्रस्ट के ऐप पर जाना होगा और ऐप पर क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। हर घंटे दर्शन के लिए अधिकतम 250 श्रद्धालुओं को qr-code जारी किया जाएगा।