उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ के शिलान्यास समारोह में स्वागत भाषण के जरिये गृहमंत्री अमित शाह की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर पहले एक माफिया का कब्जा था, जिसे सरकार ने उससे वापस लिया है। यूपी में पहले दंगे होते थे,आज कानून का राज स्थापित है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृहमंत्री ने अपराध की बदलती हुई प्रवृत्ति के दृष्टिगत ‘इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंसेज’ के गठन का सुझाव दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी तथा गृहमंत्री के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से ही उप्र सरकार इस नए इंस्टीट्यूट के गठन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ी है। अब उत्तर प्रदेश पुलिस नए सिरे से कार्य करती हुई दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा कि आज राजधानी लखनऊ में यशस्वी केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह के कर-कमलों से 207 करोड़ रुपये की लागत वाले ‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास संपन्न हुआ। इसका उद्धेश्य उच्च कोटि की तकनीक अपनाने, उत्कृष्ट वैज्ञानिकों की एक नई फौज खड़ी करना है।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश में हुए परिवर्तनकारी विकास के क्रम में न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना है, बल्कि अपराधों को रोकने, अपराध करने वालों को सजा दिलाने तथा आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का उपयोग करते हुए उच्च कोटि के प्रशिक्षित वैज्ञानिकों की उपलब्धता भी हम सुनिश्चित करेंगे।
पिछली सरकारों के बढ़ावे पर जो पेशेवर माफिया कानून को ठेंगा दिखाने का कार्य करते थे, आज उनमें कानून का भय व्याप्त है। उप्र सरकार ने इन माफियाओं व गैंगस्टर से लगभग 1584 करोड़ रुपयों की अवैध संपत्ति जब्त की है।
यूपी में अब कानून का राज
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब आम नागरिक, बहन-बेटियों हेतु भयमुक्त वातावरण है। पहले महिलाओं में असुरक्षा की भावना थी। प्रधानमंत्री की यही मंशा थी कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज हो। गृह मंत्री ने 2014 व 2017 में प्रदेशवासियों को इसी बात का आश्वासन दिया था। उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, यहां कानून व्यवस्था बदहाल थी।
उन्होंने कहा कि आज जिस स्थान पर उप्र स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास हुआ है, उस 142 एकड़ भूमि पर लखनऊ के एक माफिया कब्जा कर प्लॉटिंग करने जा रहा था। उन्होंने प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री को आश्वस्त किया कि अब उप्र में कानून का राज है। देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश एक नया संबल प्रदान कर रहा है। यह भी एक नई शुरुआत है।