नई दिल्ली। हरियाणा के जींद में किसानों की महापंचायत में हादसा हो गया है। जिस मंच से राकेश टिकैत संबोधित कर रहे थे, वह मंच टूट गया। हादसे में राकेश टिकैत और अन्य नेताओं को हल्की चोट आई है। हादसे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार की किलेबंदी अभी तो सिर्फ एक नमूना है।
महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि आने वाले दिनों में इसी तरह से गरीब की रोटी पर किलेबंदी होगी। रोटी तिजोरी में बंद न हो, इसके लिए यह आंदोलन शुरू किया गया है। हमने सरकार को अक्टूबर तक का वक्त दिया है। आगे जैसे भी हालात रहेंगे, उसी हिसाब से अगली रणनीति पर किसान चर्चा करेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि जबतक आंदोलन चल रहा है चलता रहेगा। उसके बाद जेल में रहूंगा। टिकैत ने कहा कि पिछले 35 साल से किसानों के हित में आंदोलन करते आ रहे हैं। हमने संसद घेरने की बात भले ही कही, पर लाल किले पर जाने की न तो कभी बात कही और न ही हम गए।
महापंचायत में पारित हुए 5 प्रस्ताव
- तीनों केंद्रीय कृषि कानून रद्द किए जाएं।
- एमएसपी पर कानून बनाया जाए।
- स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागू किया जाए।
- किसानों का कर्जा माफ किया जाए।
- 26 जनवरी को पकड़े गए किसानों को रिहा किया जाए और जब्त किए गए ट्रैक्टर को छोड़ा जाए और केस वापस लिए जाएं।