भारतीय शेयर बाजार की ऐतिहासिक उपलब्धि, 3.46 लाख करोड़ डॉलर के स्तर का छुआ

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भारतीय शेयर बाजार की उपलब्धि

भारतीय शेयर बाजार में पिछले दिनों आई तेजी की वजह से इसका इक्विटी मार्केट कैप 3.5 लाख करोड़ डॉलर के काफी करीब पहुंच गया है। अपने ओवरऑल इक्विटी मार्केट कैप की वजह से भारतीय शेयर बाजार के जल्दी ही दुनिया के टॉप 5 शेयर बाजारों की सूची में शामिल होने की उम्मीद है।

भारत के शेयर बाजारों का इक्विटी मार्केट कैप फिलहाल 3.46 लाख करोड़ डॉलर का हो चुका है। टोटल इक्विटी मार्केट कैप में आई इस उछाल की वजह से भारतीय शेयर बाजार ब्रिटेन के शेयर बाजार के कुल इक्विटी मार्केट कैप के काफी करीब पहुंच गया है।

दोनों देशों के इक्विटी मार्केट कैप में अब सिर्फ 0.13 लाख करोड़ डॉलर का अंतर रह गया है। माना जा रहा है कि अगर भारतीय शेयर बाजार की ये तेजी कायम रही तो इक्विटी मार्केट कैप के मामले में भारत आने वाले कुछ ही दिनों में ब्रिटेन से आगे निकल कर दुनिया के टॉप 5 शेयर बाजारों के क्लब में शामिल हो जाएगा।

दरअसल, पिछले करीब 18 महीने के दौरान कोरोना संक्रमण का सामना करने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार तेजी का प्रदर्शन किया है। इस जोरदार तेजी के कारण भारतीय शेयर बाजार का कुल इक्विटी मार्केट कैप 37 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3.46 लाख करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।

ब्लूमबर्ग की ताजा सूची के मुताबिक इक्विटी मार्केट कैप के मामले में भारत के ठीक आगे ब्रिटिश शेयर बाजार है, जिसका कुल इक्विटी मार्केट कैप 3.59 लाख करोड़ डॉलर का है।

ब्लूमबर्ग के डाटा के मुताबिक ब्रिटेन के शेयर बाजार में बढ़ोतरी की दर करीब 9 फीसदी की है। जबकि भारतीय शेयर बाजार ने पिछले 18 महीने के दौरान 37 फीसदी की दर से आगे का रास्ता तय किया है। ऐसी स्थिति में भारतीय शेयर बाजार के लिए दोनों देशों के कुल इक्विटी मार्केट कैप में 0.13 लाख करोड़ डॉलर के अंतर को पार करके ब्रिटेन से आगे निकलना ज्यादा कठिन नहीं होगा।

बता दें कि पिछले महीने ही भारतीय शेयर बाजार ने इक्विटी मार्केट कैप के मामले में फ्रांस के शेयर बाजार को पीछे छोड़कर दुनिया भर के शेयर बाजारों के बीच छठा स्थान हासिल किया था। अब अगर इक्विटी मार्केट के मामले में भारतीय शेयर बाजार ब्रिटेन के शेयर बाजार से आगे निकल जाता है, तो पहली बार भारतीय शेयर बाजार दुनिया के टॉप 5 शेयर बाजारों की सूची में शामिल होने में सफल हो सकेगा।

मार्केट कैप के मामले में फिलहाल अमेरिकी शेयर बाजार अव्वल स्थान पर है, जबकि चीन दूसरे, जापान तीसरे, हॉन्गकॉन्ग चौथे और ब्रिटेन के शेयर बाजार पांचवें स्थान पर हैं। शेयर मार्केट के एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में उठाए गए उदार और सुधारवादी कदमों के साथ ही लचीली आर्थिक नीतियों की वजह से भारतीय शेयर बाजार में काफी तेजी के साथ आगे बढ़ने की संभावना बनी है।

इसकी वजह से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स पिछले 18 महीने के दौरान 130 फीसदी तक तेजी हासिल कर चुका है और अगर यही गति बरकरार रही तो 2024 तक भारतीय शेयर बाजार का कुल इक्विटी मार्केट कैप 5 लाख करोड़ डॉलर के स्तर तक भी पहुंच सकता है।