मुजफ्फपुर आई हास्पिटल कांड, बिहार में अबतक 18 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी, NHRC ने मांगी रिपोर्ट

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मुजफ्फपुर आई हॉस्पिटल

बिहार के मुजफ्फपुर में एक निजी अस्पताल में बीते 22 नवंबर को आयोजित मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर के दौरान लापरवाही के कारण मरीजों की हालत काफी बिगड़ गई है। अभी तक 15 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने भी दखल दी है। आयोग ने नोटिस जारी कर मुख्‍य सचिव से घटना की पूरी जानकारी तलब किया है। घटना की जांच के लिए पटना से स्वास्थ्य विभाग की एक हाई लेवल टीम भी आज मुजफ्फरपुर पहुंचेगी।

अभी तक 15 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी हैं। जबकि, तीन अन्‍य मरीजों की आंखें आज निकाली जा रही हैं। कई अन्‍य की हालत भी गंभीर बनी हुई है। इस मामले से बिहार के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग (Health Department of Bihar) में हड़कम्‍प मच गया है।

एनएचआरसी ने बिहार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर मुजफ्फरपुर के अस्पताल में किए गए मोतियाबिंद आपरेशन का ब्योरा मांगा है। आयोग ने अस्पताल में हुए आपरेशन से जुड़ी तमाम चीजों की जानकारी देने का निर्देश दिया है।

अस्‍पताल में आयोजित शिविर में डाक्‍टर ने 65 मरीजों का आपरेशन किया था। आयोग ने यह भी बताने को कहा है कि मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत एक डाक्‍टर एक दिन में कितने आपरेशन कर सकता है।

बता दें कि मुजफ्फपुर आई हास्पिटल में बीते 22 नवंबर को मोतियाबिंद का ऑपरेशन शिविर लगाया गया था। इसमें 65 लोगों के आंखों का ऑपरेशन किया गया था। संक्रमण के कारण 15 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी है। तीन अन्य मरीजों का आज (गुरुवार) आंखें निकाली जानी हैं।